मेरी बेटियाँ है मेरा गुरूर...
मेरे घर की रौनक मेरे दिल का नूर...
...वह है लक्ष्मी मेरे घर की
सहायें है रोज।💐
...है दुर्गा की शक्ति उनमे
ज़िम्मेदारियों का उठायें है बोक्ष।।💐
...नित नये आयाम है गढ़ती
जीवन में वो अपने।💐
...मेहनत लगन से है करती
पूरे आंखों के सपने।।💐
प्रार्थना है ईश्वर से हो ना वो कभी मज़बूर...
मेरी बेटियाँ है मेरा गुरूर...
...मात-पिता की सेवा ही है
उनका धर्म।💐
...इससे बढ़कर वो ना माने
कोई कर्म।।💐
...मान-मर्यादा को रखती है
वो सब में सर्वोपरि।💐
.. उनके विश्वास में रहते हैं
भगवान श्री हरि।।💐
कभी कभी मैं सोच के हो जाता हूँ मग़रूर...
मेरी बेटियाँ है मेरा गुरूर...
...हृदय है उनका नीर के दर्पण जैसा
मन मे ना कोई उनके भरम।💐
...मात-पिता को अर्पण सब कुछ उनका
उनको रखें वह सभी में सर्वप्रथम।।💐
...खिलती कलियाँ है वो मेरे अँगना की
तोड़े ना ये कोई फूल।💐
...शीश झुकाता हुँ भगवन मैं आपके आगे
हो ना उनसे कोई भूल।।💐
चमकाए मेरे घर को, है परियों सा उनमें हूर...
मेरी बेटियाँ है मेरा गुरूर...
...माता के डर से पिता के पीछे
उनका छुप जाना।💐
...बचनें पर उनके चेहरों पर
वो खुशियाँ का आना।।💐
...याद आयेगा जीवन भर
यह नटखट पन उनका।💐
...कैसे सह पाउँगा
दूजे के घर जाना उनका।।💐
पर समाज की रीति यही विवाह करके
जाना होगा
पिया के संग उनको मुझसे दूर...
मेरी बेटियाँ है मेरा गुरूर...
...भगवान मेरी बेटियों को हर क्षण
खुशियों के पल तुम देना।💐
...बस इतनी सी मनोकामना
इस पिता की पूरी तुम कर देना।।💐
हे ईश्वर बस आपसे है इस पिता की
यही प्रार्थना,यही प्रार्थना,यही प्रार्थना।
ताज मोहम्मद
लखनऊ