मत पूछ कि क्या है हाल मेरा
अभी और होगा बेहाल मेरा
कुछ सब्र कर इतनी जल्दी क्या है
सुरत ए हाल होगा हाल मेरा
आदमियों के इस जंगल में बस
आदमी सा है हाल मेरा
न हुआ जो शायर ठीक हुआ
होता तो क्या होता हाल मेरा
दोस्त उसका था तो क्या हाल मेरा
दुश्मन उसका हूँ तो क्या हाल मेरा