"मैं स्वतन्त्र हूं"
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मै स्वतन्त्र हूं!
मुझे नहीं होना बलिदान
क्योंकि मुझमें भी है स्वाभिमान
मुझे भी है यह अधिकार
रक्षित करूं अपना मान सम्मान
रक्षा करूं निज धर्म की आज
समाज के रूढ़िवादी विचार
आखिर क्यूं हो जाऊं बलिदान
हर रिश्ता हर नाता हर कर्तव्य
निभाने की रखता क्यूं मुझसे ही आस
नारी हूं तो क्या हूं तो क्या हुआ
हूं तो मैं भी एक जीवित इन्सान
मेरे भी तो है अरमान
मैं भी चाहूं दूर गगन में उड़ जाऊं
पंख फैला क्षितिज के पार
यह कैसी स्वतंत्रता जो भूला दे
मेरा स्वाभिमान और मेरा मान
मैं भी चाहूं बनाना अपनी अलग पहचान
मै नहीं अस्तित्व हीना
मेरा भी अस्तित्व महान
मैं स्वतन्त्र हूं🌹🌷
मुझे नहीं होना बलिदान
प्रसन्न रहने का मन की करने का
मुझको भी है अधिकार
क्यूं समाज की हर कसौटी पर
खरा उतरने की हो मुझसे ही मांग
मैं सबल हूं 🌷मैं सक्षम हूं
क्योंकि मैं स्वतन्त्र हूं
✍️ #अर्पिता पांडेय

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




