मां बाप का कोई विकल्प नहीं होता है
जितने भी जग के रिश्ते नाते सबका विकल्प होता है,
पर इस जग में मां बाप का कोई नहीं विकल्प होता है ।
सांसारिक कोई भी रिश्ता सभी स्वार्थ ग्रसित होता है ,
मां बाप का पावन प्रसून रिश्ता स्वार्थ रहित होता है।
जग के जितने भी रिश्ते सभी जीवन काल में बनते हैं,
मां बाप के रिश्ते के द्वारा हमारे जीवन को ही बुनते हैं।
सांसारिक रिश्तों द्वारा हमारा शरीर ही जुड़ा रहता है,
मां बाप के रिश्ते में तो अंतःकरण भी जुड़ा रहता है।
मां बाप के रिश्ते से आत्मा में संकल्प का जन्म होता है,
मां बाप के रिश्ते पर ही सारा जीवन ही टिका होता है।
मां बाप जीवन के दाता इसलिए उनकी कद्र करो,
भूल वश वह कुछ गलती कर जाएं तो शब्र करो।
मां बाप के जीवित रहते कीमत पता नहीं चलती है,
मां बाप के चल बसने पर उनकी रूह नहीं मिलती है ।
---- बीपी सिंह यादव

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




