दिल तो पागल है
यह तो दीवाना है
तुमको खोजें
मेरा दिल
आ जाओ अब
रहना है मुश्किल
तेरे बिन कैसे
जी लूंगा अपनी जिंदगी
तुमने मुझे चाहा इस कदर
मैं भी वफा रहा उस तरह
तुम जो चाहो मुझे
दुनिया से भी ज्यादा
पर मैं भी
चाहूं तुझे रब से ज्यादा
कैसे कहूं
कब कहू
क्या सुन पाओगे तुम
मेरी बात
मेरे जज्बात
दिल में है उमंगे
मिलने की है आश
क्या पूरी भी होगी
हमारी चाहत
मत करना
अब कोइ बहाना
कभी पास आना
मिल के जाना
खुश रहो खुश रहो
यही दुआ है रब से
जहां भी रहो
याद करो हक से