जिन्दगी जब खूबसूरत मायने की जरुरत है क्या
आप हैं खुद रूबरू आईने की जरूरत है क्या
खुशबू हवा में घुल रही है चांदनी के साथ मिल के
खुद बहारें आई हैं तो मांगने जरूरत है क्या
जिस गली में तेरा घर है सब रास्ते हैँ उसकी तरफ
इस शहर में मैकदा खोलने की जरूरत है क्या
जो भी मिलता है यहाँ बस आप की करता है बात
हो गई है रोशनी शमा जलाने की जरुरत है क्या
दास दुनिया में मोहब्बत नायाब तोहफा जिन्दगी का
मिल गया हैं किसी से छिपाने की जरुरत है क्या II