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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

कुछ सवाल - सुप्रिया साहू

जिनके मम्मी - पापा अपने बच्चों को घर में अकेला छोड़कर कमाने खाने जाते हैं,
क्या उनके बच्चे बिगड़ जाते हैं...?
क्या वे अपने मां - बाप का नाम खराब कर देते हैं...?
क्या उनके बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए...?
क्या उन्हें हँसने, खेलने - कूदने, घूमने का कोई हक़ नहीं है...?
क्या वें अपने घर के चार दीवारों पर ही सीमित रहेंगे...?

– सुप्रिया साहू




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

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Supriya sahu said

सवाल थोड़ी गहरी है, जिन्हें मैं शब्दों में बयां नहीं कर पाई हूँ। मुझे लगता है आप लोग समझ गए होंगे। कृप्या मेरे सवाल का जवाब जरूर दें, धन्यवाद 🙏🙏।

Lekhram Yadav said

बहुत गहरा सवाल बच्चों को ऐसा करने का हक है, मगर मां बाप का भी कर्तव्य है कि उन्हें अच्छे और बुरे तथा सही और गलत के बारे में समझाने के साथ-साथ पर्याप्त समय भी दें ताकि बच्चे बिताने न पाएं।

Supriya sahu replied

धन्यवाद सर, मगर मां बाप तो अपनी परवरिश ठीक से करते हैं, अच्छे और बुरे समझते हैं तथा पर्याप्त समय भी देते हैं। मेरे कहने का तात्पर्य यह है कि जब 17 से 18 उम्र के बच्चे किसी से बात करते हैं तो उन्हें गलत क्यों समझा जाता। क्या वो किसी से बात कर रहे हो तो वो बिगड़ जाते हैं ?

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