हालात ही किस्मत लिखते है,
....और मंजिल तक पहुंचाते हैं,(2)
हौसला हो गर लड़ने का तो,
....बड़ेबड़े युद्ध भी जीते जाते हैं,
बनती नहीं तकदीर बिना संघर्षों से गुजरे,(2)
....संघर्षों से गुजर कर ही लोग अब्दुल कलाम कहलाते हैं,
मिसाल दूं क्या किस किस की,
....बहुत से उदाहरण हैं सामने,
बस ठान तो सही लिखने को,
....किस्मत भी लिखे जाते है,
....किस्मत भी लिखे जाते है,
कवि राजू वर्मा
सर्वाधिकार अधीन है