खुशियों का पैगाम
डॉ.एच सी विपिन कुमार जैन" विख्यात"
विश्व हास्य दिवस, खुशियों का पैगाम लाया,
हर उदास चेहरे पर, एक मुस्कान सजाया।
हँसी से हल्का होता है, मन का हर बोझ,
यह जीवन की राहों का, अनमोल सा खोज।
तो खुलकर हंसो तुम, बच्चों की तरह आज,
भूल जाओ दुनिया के सारे ही काज।
हँसी में है शक्ति, जो सब कुछ बदल दे,
गमों के अँधेरे में भी, रोशनी भर दे।
यह दिन है हँसी का, इसे यूँ न गँवाना,
हर पल को जियो तुम, मुस्कुराना और हँसाना।
विश्व हास्य दिवस की सबको बधाई,
खुशियों से भरी रहे सबकी ये राई।