कविता : तुम्हारा मेरा प्यार.....
प्रिय तुम्हारे घर
आऊं तो कैसे आऊं ?
किसी भी हाल में वहां
पर आ ही न पाऊं
अगर मुश्किल से
आ भी जाऊं
फिर वहां आ कर
बड़ा पछताऊं
पहले तुम्हारे मां बाप
मुझ को डांटे
फिर तुम्हारे भाई गाल
पर मारे चांटे
अगर सिचुएशन
हमेशा ऐसे होगा
राम ही जाने तुम्हारा
मेरा प्यार कैसे होगा ?
राम ही जाने तुम्हारा
मेरा प्यार कैसे होगा.......?