कविता : किसी का बच्चा....
मांस न खाने वाली ने आज
मेरा दिल खा कर पेट भर चुकी
जो बोलती तुम हो मेरे उसने ही
किसी का बच्चा पैदा कर चुकी
जो बोलती तुम हो मेरे उसने ही
किसी का बच्चा पैदा कर चुकी.......
netra prasad gautam
New लिखन्तु डॉट कॉम को विज्ञापन मुक्त बनाये रखने एवं इसके सहज, सरल एवं आसान सञ्चालन के साथ साथ तकनीकी रखरखाव के लिए आपका सहयोग सादर आमंत्रित है - इक्षुक सज्जन यहाँ सहयोग कर सकते हैं
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.
New लिखन्तु डॉट कॉम को विज्ञापन मुक्त बनाये रखने एवं इसके सहज, सरल एवं आसान सञ्चालन के साथ साथ तकनीकी रखरखाव के लिए आपका सहयोग सादर आमंत्रित है - इक्षुक सज्जन यहाँ सहयोग कर सकते हैं
कविता : किसी का बच्चा....
मांस न खाने वाली ने आज
मेरा दिल खा कर पेट भर चुकी
जो बोलती तुम हो मेरे उसने ही
किसी का बच्चा पैदा कर चुकी
जो बोलती तुम हो मेरे उसने ही
किसी का बच्चा पैदा कर चुकी.......
netra prasad gautam