कविता : कट्टी....
दोनों मिले
लगे गले
इश्क हुई
फिक्स हुई
प्यार हुई
बहार हुई
एक साल हुई
दो साल हुई
कन कन हुई
अनबन हुई
झगड़ा हुई
लफड़ा हुई
खट्टी हुई
कट्टी हुई
संबंध फिर ऐसी हुई
बिल्ली चूहे जैसी हुई
बिल्ली चूहे जैसी हुई.......
netra prasad gautam