कविता : इंसान का संबंध....
यहां हर किसी का अलग
अलग रास्ता है
किसी से किसी का बिल्कुल
भी नहीं वास्ता है
प्यार मुहबत के बदले
नफरत बढ़ने लगा है
इंसान से इंसान का संबंध
अब बिगड़ने लगा है
इंसान से इंसान का संबंध
अब बिगड़ने लगा है.......
netra prasad gautam