जंगल- डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात"
लेकिन आज अफसोस,
शिकारी आते हैं।
जंगल काटते,
नदियाँ सूखतीं।
वन्यजीव डरते,
भूखे-प्यासे।
अस्तित्व के लिए संघर्ष करते।
आओ हम सब मिलकर,
वन्यजीवों को बचाएँ।
जंगलों को हरा-भरा बनाएं ,
शिकार को रोकें।
पेड़ लगाएँ,
हरियाली में खोए।
पेड़ हरे भरे ऐ!"विख्यात"
प्रकृति के खजाने को संभाले।