नया वर्ष आया,
खुशियों का संगम।
मन में उमंग,
जीवन में नया अध्याय।
त्रिवेणी सी बह रही,
भावनाओं की धारा।
नए सपनों का जन्म,
नई उम्मीद की बयार।
बीता साल,
पन्ने पलट गए।
नए साल में,
लक्ष्य हमने बनाए।
ज्ञान की गंगा,
कर्म की यमुना।
रचना की सरस्वती,
संगम में समाया।