बेवफ़ाई करने वालों पर अब भी हम मरते हैं
बेवफ़ाई से पहले वाली सिर्फ़ वफ़ा याद करते हैं
वो भी मजबूर होते हैं अपनी बदलती फ़ितरत से
कुछ नादानी कुछ सरगोशी से वशीभूत जो होते हैं
दोस्ती, प्यार ,मुहब्बत की लकीरें मेरे हाथों में नहीं
छोड़ दिया मशक़्कत ज़िंदगी जिधर ले जाती है हम भी उधर जातें हैं