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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

बेगाना कर दिया

खुद ही आकर हमे अपना बनाया,
और खुद ही तन्हा छोड़ दिया।
अपनों से हमे दूर कर,
खुद ने भी नाता तोड़ लिया।

आज भरी महफ़िल में ये ऐलान कर दिया,
कि हम आपके अपने नहीं अब।
सोचा नहीं तुमने कि हमे कितना दर्द हुआ होगा,
एक ही पल में इस तरह तुमने हमे
बेगाना कर दिया तब।

कितना प्यार करते थे आप हमसे,
अब वो प्यार कहाॅं गया?
कहीं ऐसा तो नहीं कि आपका वो प्यार,
किसी ग़लतफहमी का शिकार हो गया।

माना कि आपने हमारे दिल को
काफ़ी गहरा आघात दिया था,
पर हमने कभी आपको उस बात का एहसास
ना होने दिया था।
मन में उस दर्द की ख़लिश है
और ज़िंदगी भर रहेगी भी,
फिर भी हमने हमेशा आपसे बात करने की पहल की
लेकिन आपने हमे अब हमेशा के लिए
नज़र अंदाज़ कर दिया था।

💐 रीना कुमारी प्रजापत 💐




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

श्रेयसी said

Aapko koi najarandaz kar hin nahi saktaa hai, bahut khoob 👌👌🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanku didu raani

वन्दना सूद said

भावनाओं से भरी रचना 👌👌बहुत ही खूबसूरती से शब्दों से भिगोया

रीना कुमारी प्रजापत replied

Thanks ma'am

कमलकांत घिरी said

आपसे भला कौन नाता तोड़ना चाहेगा दीदी जी, आपको तो कोई भूलना चाहे फिर भी नहीं भूला सकता, ऐसे किरदार हैं आप😊 आपकी रचना बेहद सुंदर है, और आपके विचार भी, आपने पूछा था हम कैसे हैं तो हम दुरुस्त और मस्त हैं दीदी जी🤗 आप बताइए आप कैसी है, बीच में आप भी नज़र नहीं आ रहीं थीं..?🙏

रीना कुमारी प्रजापत replied

Acha..... thanku so much

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