खुद ही आकर हमे अपना बनाया,
और खुद ही तन्हा छोड़ दिया।
अपनों से हमे दूर कर,
खुद ने भी नाता तोड़ लिया।
आज भरी महफ़िल में ये ऐलान कर दिया,
कि हम आपके अपने नहीं अब।
सोचा नहीं तुमने कि हमे कितना दर्द हुआ होगा,
एक ही पल में इस तरह तुमने हमे
बेगाना कर दिया तब।
कितना प्यार करते थे आप हमसे,
अब वो प्यार कहाॅं गया?
कहीं ऐसा तो नहीं कि आपका वो प्यार,
किसी ग़लतफहमी का शिकार हो गया।
माना कि आपने हमारे दिल को
काफ़ी गहरा आघात दिया था,
पर हमने कभी आपको उस बात का एहसास
ना होने दिया था।
मन में उस दर्द की ख़लिश है
और ज़िंदगी भर रहेगी भी,
फिर भी हमने हमेशा आपसे बात करने की पहल की
लेकिन आपने हमे अब हमेशा के लिए
नज़र अंदाज़ कर दिया था।
💐 रीना कुमारी प्रजापत 💐