ज़माना भूल जाता है
ज़माना बोलता है ईमानदार बनो, समझदार बनो, होशियार बनो, मेहनती बनो।
और सब चीज़ हासिल कर लो, तो
फिर क्यों भूल जाते हैं,
किसी दिन उसमें कमियां निकाली गई थी।
जब वो इंसान मुकाम हासिल कर ले,तो
वो लोग ही जलने लगता है।
कुछ पल उठा के ऊपर,
फिर नीचे गिराने की सोचते हैं।
खुद की कही बात, ज़माना भूल जाता है।
- सुप्रिया साहू