ईश्वर का खिलौना
जीवन - मरण के धागे में ,
मोह माया के खाके में
तैयार हुआ समय का बिछौना
ईश्वर को मिला एक खिलौना
बालपन का हंसी-मजाक
आने वाले कल से अनजान टूटे चीजों से आता उसे रोना ईश्वर को मिला एक खिलौना
बढ़ते उम्र को जान न पाया जल्द जिम्मेदारियो का बोझ आया,
जो पास था, उसे था खोना ईश्वर को मिला एक खिलौना
समय के पहिए ने
लोगों के रैवए ने
दिया उसे कमरे का एक कोना,
ईश्वर को मिला एक खिलौना ।
....कृति मौर्या