लाओ शराब पी ले अभी वक्त बाकी है
जहर भरा है नसों में मरना बाकी है
शहर में बन गई है मंदिरों मस्जिदें बहुत
कहाँ बसा है शहर अभी मयकदा बाकी है
होता कोई गम एक तो बसर करते
ग़मों में खो गई दुनिया मयकदा बाकी है
सुनते है पीना अब गुनाह हो गया है
मौत गुनाह हुई जीना अभी बाकी है
हो गया है फैशन पी है जो तूने तो
मैंने पी है कहाँ मयकदा बाकी है
ख्वाबों का शहर मेरे मर गया है कब का
पी लेने दे मरना मेरा अभी बाकी है
दरवाजे पर मौत खड़ी कब से है
चले जायेंगे बस कुछ जाम बाकी है