Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newहैशटैग ज़िन्दगी पुस्तक के बारे में updates यहाँ से जानें।

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

जाग उठा शिव

उत्तराखंड त्रासदी जून 2013
पर लिखीं गयी एक रचना
जाग उठा शिव
जाग उठा शिव कर तांडव
डम डम डम डमरू का नाद
ता धिन धिन ता शिव संग
नाच रहे घनश्याम
चरण लिए सुर लय ताल
नैना भरे क्रोध अंबार
जाग उठा --
लपट लपट उठ रही फुहार
बरखा नहीं भीषण है आग
कर रहा भैरव नर्तन
हो रहा अब परिवर्तन
हिल गयी धरतीं कंपित अम्बर
देव क्रोध में महा भयकंर
भवन गिरे हैं तिनका तिनका
धरनी पट गयी अब लाश
जाग उठा शिव कर तांडव
जहां कभी था भक्तन का रेला
गाजे-बाजे संग लगा था मेला
हुआ चीत्कार सा नया सवेरा
उजड़ गया हर इक बसेरा
प्रकृति हुई थी अनाथ
सुदृढ़ -सुजल है विश्वनाथ
पर वीभत्स हुआ केदार
वीभत्स हुआ केदार
#अर्पिता पांडेय




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

उत्तराखंड त्रासदी जून २०१३ जिसका आपने जीकर किया आज भी रोंगटे खड़े कर देती है, आपने बहुत सुन्दर रचनात्मकता प्रदर्शित की है प्रणाम नमन

अर्पिता पांडेय replied

Dhanyawad sir 🙏

ताज मोहम्मद said

जय महाकाल बहुत ही सुंदर प्रस्तुति। ये आपकी कलम की सुंदरता को दर्शाता है।

अर्पिता पांडेय replied

Thank you sir ji 😊

डॉ कृतिका सिंह said

Uttam prastuti

अर्पिता पांडेय replied

Thank you ma'am

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन