किसी का ग़म चुराना चाहिए था,
किसी को हम बनाना चाहिए था
,न उम्मीद जाती दूर नजर के हर भरोसे से,मुझे काजल बनाना चाहिए था,
लाखों है किरदार ज़माने वाले,
किसी को आजमाना चाहिए था ,तुझे एक जीत बनाना चाहिए था,
किसी का ----
जुबा पर शब्द दूर होते हैं,
जब तेरा मुकाम होता है,
अपने आप निगाहें बात करती है,
जब तेरा ही ख्याल होता है.
सर्वाधिकार अधीन है