ईमानदारी का पाठ,
हमें ना पढ़ाईऐ।
बेईमानी भी,
बहुत ईमानदारी से करते हैं।
मजाल है किसी की,
पकड़ कर दिखाये।
आज तक,
खातों की हेरा फेरी।
एक नहीं,
चार चार रखते हैं।
लेते हैं रुपया,
देते नहीं रशीद।
हिसाब तुरंत,
साफ रखते हैं।
बोले यदि कोई,
आरोप पत्र है तय।
वकील,
साथ रखते हैं।