हमारी पुरानी शादी
🌿🌴🌿🌴🌹🌿
शादी हो गयी पुरानी हमारी
अब कुछ नया लगता नहीं
अब कुछ सच्चा लगता नहीं
आओ कुछ नया कर जायें
क्यों ना हम फिर से ब्याह रचाये
होंगी फिर से रस्में सारी
कहीं बजेंगे ढ़ोल शहनाई
कहीं होगी हल्दी की तैयारी
ढोलक की थाप पर होंगा महिला संगीत
नाचेंगी सखियां फिर से छमा छम
बनेंगी मिठाईयां और व्यंजन सारे
तुम फिर दुल्हा बन आना
दुल्हन बन करूंगी मैं इंतजार
सुनो इस बार कार ले मत आना
कार का जमाना हो गया पुराना
मुझको अब यह भाता नहीं
आ जाना श्वेत घोड़े पर हो सवार
तुम्हारे लिए सज धज कैसे हो जाऊं तैयार
यह इस बार तुम्ही बतलाना
होंगी द्वार पूजा पुनः विशेष
सखियां गायेंगी मंगलाचार
मंडप में तुम बैठे रहना
सखिया ले आयेंगी मुझे तुम्हारे पास
पंडित जी करेंगे मंत्रोच्चार
साथ-साथ लेगे फिर फेरें सात
फिर दोहरायेंगे सारी कसमें वादे करेंगे
फ़िर लेकर हाथों में हाथ सिन्दूर दान के साथ ही पूर्ण हो जायेगा विवाह विधान
सात जन्मों का तो पता नहीं पर इस जन्म के लिए होंगे हम पुनः साथ
सुन रहे हो ना मेरी बात या भूल गये
शादी की सालगिरह है आज
✍️#अर्पिता पांडेय