गरीबों की आवाज,
दब जाती है,
अमीरों की बातें,
फैल जाती है।
बेगुनाहों को,
फंसाया जाता है।
सच को छिपाकर,
झूठ फैलाया जाता है।
देश की सुरक्षा पर ,
खतरा मंडराता है।
कोई चिंता नहीं करता,
भ्रष्टाचार का जाल।
फैला हुआ है,
कोई रोकने वाला नहीं है।