Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

Newसभी पाठकों एवं रचनाकारों से विनम्र निवेदन है कि बागी बानी यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करते हुए
उनके बेबाक एवं शानदार गानों को अवश्य सुनें - आपको पसंद आएं तो लाइक,शेयर एवं कमेंट करें Channel Link यहाँ है

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

दीवाना यूं जिसने मुझको बनाया है

कापीराइट गजल

दीवाना यूं जिसने मुझको बनाया है
साथी मेरा खुदा ने उसको बनाया है

अब होश है कहां, अय जमाने वालो
कैसा नशा मुझे अब तू ने पिलाया है

था, कुंवारा दिल, यह आज से पहले

इसको निशाना यूं किसने बनाया है

अगर यकीं ना हो तो पूछ लो दिल से
इसमें ठिकाना अब किसने बनाया है

देख कर तुझ को इस सोच में थे हम
कितना हंसी खुदा ने तुमको बनाया है

जब नशे में तुम, यूं मदहोश थे यादव
इस दर्द ने हर पल मुझको जगाया है

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (4)

+

Muskan Kaushik said

Bahut umda kya kahne

Lekhram Yadav replied

शुक्रिया आपका स्वागत है आपका

ताज मोहम्मद said

बहुत ही शानदार ग़ज़ल। कोई अपना गजल साथी तो मिला इस मंच पर। बहुत ही शानदार ग़ज़ल।

Lekhram Yadav replied

ताज भाई आपने पहले वाली गजलें नहीं देखी अगर देख लेते उनका मजा भी उठा लेते।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut khoob Yadav Sir, Prem alokik hai aur aap isme dubki laga rahe hain Anand hamein mil raha hai.

Lekhram Yadav replied

नमस्कार सर दीवाने तो हम आपके भी होते जा रहे हैं आज की गजल पढ़ कर।

वन्दना सूद said

Sir ,aap bahut khub likhte hain 👏👏

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सहित सुप्रभात वन्दना जी, आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन