ये दिल का रिश्ता हमारा है,
तन्हाइयों में देता सहारा है।
खून के रिश्ते पड़ जाते फीके
तो मिठास ले आता है,
ये दिल का रिश्ता हमारा है।
छोड़ दे खून के रिश्ते साथ,
पर ये निभाता है हर पल साथ।
जब तुम किसी दुःख में हो
या फिर हो तुम्हें कोई खुशी,
हमेशा सबसे पहले याद आता है।
ये दिल का रिश्ता हमारा है।
सोते हैं तो याद आता है,
उठते हैं तो याद आता है,
हर पल सुकून दिलाता है।
ये दिल का रिश्ता हमारा है।
एक अजीब सा अहसास दिलाता है,
बेचैनी में चैन ले आता है।
ये दिल का रिश्ता हमारा है।
जब हो हम निराश तो
दिल में आशा जगाता है।
खामोशी का अल्फाज बन जाता है,
हर वक्त प्यार करता है।
ये दिल का रिश्ता हमारा है।
----रीना कुमारी प्रजापत