तू नहीं तेरा वक़्त गिरा है,
ना जाने किस रास्ते पर सुबह है,
कठिनाइयां तो है इक दौर जिंदगी के,
चलता जा तू क्यों रुका है,
तू नहीं तेरा वक्त गिरा है,
तेरा परिश्रम रंग लाएगा,
वक्त भी अब बदल जाएगा,
वो तुझे हर समय देख रहा है,
तू नहीं तेरा वक्त गिरा है,
तू नहीं तेरा वक्त गिरा है ........
----राजू वर्मा
सर्वाधिकार अधीन है