ढलते हुए दिन का
हाथ थाम कर..
मैने पूछा..
फिर कब मिलोगे..
बिना मुस्कान की
हंसी हंस कर..
दिन
हाथ छुड़ा कर
ढलते सूरज की
दिशा में आगे बढ़ गया..
वो मेरा सवाल समझ गए
मैं उनका जवाब जान गया..
पवन कुमार "क्षितिज"
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मैने पूछा..
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वो मेरा सवाल समझ गए
मैं उनका जवाब जान गया..
पवन कुमार "क्षितिज"