है क्या? मेरे दिल की खता,
दिलरुबा तू ही मुझको बता,
महसूस कर तू मेरी तड़पन,
तेरे नाम लिख दूँ.. धड़कन।
बातें फिर से बदस्तूर कर लें,
गीले-शिकवे सारे दूर कर लें,
बैठो तो, मिटा दूँ मैं उलझन,
तेरे नाम लिख दूँ…..धड़कन।
कर के मुझे यूँ नजर अंदाज,
सताने का, अच्छा है अंदाज,
कर देती हो बेचैन, मेरा मन,
तेरे नाम लिख दूँ…..धड़कन।
🖊️सुभाष कुमार यादव