🌺देश के नौजवान🌺
ओ देश के नौजवान
अब तो जाग अब तो जाग
भारत तुझे रही पुकार
देश में फैला अत्याचार
व्याभिचार और भ्रष्टाचार
वृद्ध बचपन हो गये लाचार
अब तो निंदिया को त्याग
माता कर रही करूण क्रंदना
उसे बेड़ियों में जकड़ने का है
पुनः प्रयास
नव सृजन नव निर्माण का
तुझ पर है भार तोड़ बेबसी
की जंजीर विलासिता और
मदान्धता की तान फिर हो जा तैयार पाश्चात्य संस्कृति का मोह
अब तो दे तोड़
भारतीय संस्कृति को पुनः जोड़
अपने ही हाथों उसे ना रौद
ओ भारत मां के लाल
कब आयेगा तेरे ख़ून में उबाल
माता पर आया संकट घनघोर
क्या अब भी रहेगा तू मौन
भारत माता को नोचने आये भेड़िए चहुंओर
गांधी भगतसिंह बोस राजगुरु आज़ाद
लाल बाल पाल का बलिदान कहीं हो ना जाए बेकार
ओ भारत माता के नौजवान
अब तो जाग अब तो जाग
जाग क्योंकि समय की है पुकार
अब पूर्ण आजादी की है दरकार
इतिहास सदा रहा वीरता का गवाह
ओ भारत माता के लाल
कर रण मेरी का नाद कि कांप
जाए भ्रष्टाचार और डर जाए गद्दार
ना हो फिर अत्याचार
ओ देश के नौजवान अब तो जाग
अब तो जाग भारत माता रही पुकार
✍️ #अर्पिता पांडेय