New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

देश के नौजवान

🌺देश के नौजवान🌺

ओ देश के नौजवान
अब तो जाग अब तो जाग
भारत तुझे रही पुकार
देश में फैला अत्याचार
व्याभिचार और भ्रष्टाचार
वृद्ध बचपन हो गये लाचार
अब तो निंदिया को त्याग
माता कर रही करूण क्रंदना
उसे बेड़ियों में जकड़ने का है
पुनः प्रयास
नव सृजन नव निर्माण का
तुझ पर है भार तोड़ बेबसी
की जंजीर विलासिता और
मदान्धता की तान फिर हो जा तैयार पाश्चात्य संस्कृति का मोह
अब तो दे तोड़
भारतीय संस्कृति को पुनः जोड़
अपने ही हाथों उसे ना रौद
ओ भारत मां के लाल
कब आयेगा तेरे ख़ून में उबाल
माता पर आया संकट घनघोर
क्या अब भी रहेगा तू मौन
भारत माता को नोचने आये भेड़िए चहुंओर
गांधी भगतसिंह बोस राजगुरु आज़ाद
लाल बाल पाल का बलिदान कहीं हो ना जाए बेकार
ओ भारत माता के नौजवान
अब तो जाग अब तो जाग
जाग क्योंकि समय की है पुकार
अब पूर्ण आजादी की है दरकार
इतिहास सदा रहा वीरता का गवाह
ओ भारत माता के लाल
कर रण मेरी का नाद कि कांप
जाए भ्रष्टाचार और डर जाए गद्दार
ना हो फिर अत्याचार
ओ देश के नौजवान अब तो जाग
अब तो जाग भारत माता रही पुकार
✍️ #अर्पिता पांडेय




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

Arpita pandey said

Kavita ki khuti me meri ek rachna Ko samil karne ke liye dhanyavad likhantu

कमलकांत घिरी said

बहुत सुंदर प्रस्तुति मैम वीर रस से भरा ये गीत हमें बहुत पसंद आया👌👏👏 ।।प्रणाम स्वीकार करें।।🙏

Arpita pandey replied

Dhanyawad mahoday

Kapil Kumar said

Uttam bahut sundar geet

Arpita pandey replied

Bahut bahut dhanyawad sir

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन