आओ मिल हम स्वागत करें
पथ में पुष्प बिछाकर नित नये
जिस पथ पर गये मातृभूमि को
शीश चढ़ाने रणबांकुरे अनेक
कितने शीश कट गये तिरंगे में
लिपटे हुए घर को लौट गये
कुछ सदा के लिए बर्फ में सो गये
ऐसे वीर बलिदानी गाथाओ का
आओ मिल हम गान करें
वो सीमा पर रहते खड़े ताकि
निर्भय हो हम जीवन जिये
सुरक्षित हमारा देश रहें
आओ उनके भी सुरक्षित
जीवन के लिए मिल हम
नित दुआ करें
✍️#अर्पिता पांडेय