जिसमे त्याग है बलिदान है समर्पण है
जिसमें प्यार है दया है आकर्षण है।
जो सभी का सभी के लिए है।
ना जात ना पात ना भाषा ना धर्म
सिर्फ़ मेहनत मजदूरी और है कर्म
जिसमे मोह है लोभ नहीं झोभ नहीं
जिसमे ना राग द्वेश ना आवेश
जो शांत है शुद्ध है जो है मिलावट रहित
जो सोचें सबका हित
जो ना करे किसी की अहित।
जो ज्ञान विद्वान अविस्कारक जो अविष्मरणीय है।
जहां मिट्टी मिट्टी सोना है।
जहां वृक्ष सरिता तरुवर देवता हैं।
जहां नारी का पग पग सम्मान है।
जहां का हर बच्चा बच्चा महान है।
जहां बड़े बुजुर्गों का आह्वान है।
जहां कण कण में भगवान है।
जहां की मिट्टी पारस समान है।
है यह देश बड़ा निराला
जहां खुसरो बुल्ले शाह रसखान
मैथली शरण दिनकर रेणु भारतेन्दु
बिहारी मल हजारी प्रसाद द्विवेदी दीनबंधु
जैसे लेखक महान है ।
जहां बोस खुराना रमन आर्यभट जैसे वैज्ञानिक महान है।
जहां गांधी सुभाष टैगोर तिलक जैसे
स्वाधीनता के सिपहसालार हैं।
जहां हर बालक भैरव और हर बालिका
मां भगवती सरीख भगवान है।
जहां सबका सम्मान है
सबका सम्पूर्ण विकास है
जहां लोगों में आपसी प्रेम सहयोग सौहार्द है।
वह कोई और नहीं अपना भारत देश महान है।
बसता है यह देश हर भारतवासी
हर हिंदुस्तानी के दिल में।
और इस देश का सदा सम्मान है।
हर भारतवासी महान है।
हर भिंडुस्तानी के दिल में धड़कता
देश अपना महान है..
देश का बड़ा हीं सम्मान है..
भारत देश महान है..
देश का सदा सम्मान है...
भारत देश महान है....

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




