बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ ,
देश में है सर्वव्यापी-अभियान,
संविधानिक प्रयास चारों स्तंभ,
जन-जागरूकता का गुणगान,
संकीर्ण- रूढ़िवादी मान्यताएं ,
प्रबल -मनोबृति पुरुष-प्रधान,
दहेजप्रथा व कन्या भ्रूण-हत्या,
कड़े कानून हुआ न समाधान,
जन अंधविश्वास लिंग-भेदभाव,
नारीशक्ति प्रतिरक्षा में व्यवधान,
असंतुलित लिंगानुपात घातक,
नर-नारी राजा-रंक ले लो संज्ञान,
नवरात्र - उपवास कन्या-पूजन,
व्यवहारिक हो नारी मान-सम्मान,
जन्म-लालन-पालन-दुलार- शिक्षा,
बेटा-बेटी रक्त-जान है एक समान,
सहिष्णुता-करुणा-नेकी-ममतामयी,
नारी जगत-जननी गुणों की खान,
परिवारिक शान-मुस्कान गृह- लक्ष्मी,
सुख-दुख में कंधे से कंधा- मिलान,
आगे कुआं पीछे खाई की गहराई,
इंसान है जानबूझकर भी अनजान,
शाश्वत सत्य नारी-महिमा अपरंपार,
नारी विन सूना है समूचा जहान,
मां बहन बेटी जीवनधारा-श्रृंगार ,
नारी बिन अधूरे मानव- अरमान !
कलयुगी आंधी में भटके इंसान को
हे भगवान,दे दिव्य-ज्ञान-वरदान !
➖ राजेश कुमार कौशल