अत्याचार की हद
डॉ.एच सी विपिन कुमार जैन 'विख्यात"
अत्याचार की हदें पार हो गईं, अब बदलाव की पुकार है,
निर्दोषों की हत्या, कब तक सहन करनी होगी, अब जवाब चाहिये।
कायरों की गोली से, निर्दोषों की जान गई,
उनकी मुस्कान, उनकी खुशी, सब कुछ छीन लिया गया।
अब कब तक चुप रहेंगे, अब कब तक सहन करेंगे,
निर्दोषों की हत्या, अब जवाब चाहिये।
आइए, एकजुट हों, और न्याय की मांग करें,
निर्दोषों की हत्या, अब नहीं सहन करेंगे।
कायरों को जवाब देना होगा, न्याय की जीत होगी,
और निर्दोषों की हत्या, अब नहीं होगी।