तुम लाओ भगवानो को अपने अपने,
किताबों को, रिवाजों को अपने अपने,
क्या क्या लिखा , ग्रंथों में, अपने अपने,
सारे रखेंगे विचार मिल अपने अपने ,
नहीं मिला किसी का भगवान् दुसरे के
भागवान से , कटे तुम ही, तुम्ही लड़े,
मौन अदृशय खुदा सबके देखते रहे ,
तुम लाओ भगवानो को अपने अपने,
आज बात शांत होकर तय कर ले,
किसका ईश्वर है बलवान दुसरे से ,
मिलते नहीं कभी भी एक दुसरे से,
तुम लाओ भगवानो को अपने अपने,
लड़े क्यों हम ही एक दुसरे से,
कभी वे भी आये आमने सामने,
एक दुसरे के, देखे करतब अपने,
तुम लाओ भगवानो को अपने अपने,

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




