धर्मनिरपेक्ष देश ; धर्म एक तुरुप का पत्ता ,
श्रद्धा उत्तेजित धर्म ; साफ-सीढ़ी-ए-सत्ता,
धर्म - संप्रदाय की ; नाजुक सी जंजीर ,
ऐंचते नेता ; लगती भीड़ - ए - बेनजीर ,
'फूट डालो-राज करो' है क्रमिक योजना,
अंग्रेजों से उत्कृष्ट ; युक्तियुक्त खोजना ,
गरीबी-महंगाई तेरा है, अटूट-तिलिस्म ,
बेकारी-धक्काशाही की; बुलंदी है चरम,
बीता जमाना मांगे ; 'रोटी-कपड़ा-मकान' ,
आज की चाहत 'राज़-ए -निज-खानदान' ,
हे जवान-किसान-विज्ञान-प्रधान-विद्वान,
ले संज्ञान ; अटल रहे मेरा भारत महान ?
✒️ राजेश कुमार कौशल