लोकतंत्र लोकतंत्र लोकतंत्र
लोकतंत्र पहचान हमारी।
कदम बढ़ाएँ फर्ज निभाएँ
दिखाएँ प्यारे अब जिम्मेदारी।।
गुमराह न हो,बहकावे न आओ
चुनाव है मतदान करने में समझदारी।
सुने सबकी करे अपने मन की
निभानी होगी सबको जिम्मेदारी।।
भूलो मत देश का सवाल है
सोचने की आज अपनी पारी।
स्वतंत्र पथ पर संकल्प रख
सपूत हो देश के नही जुआरी।।
बहाना ना बनाना बूथ पर आना
मताधिकार का प्रयोग है होशियारी।
घर पर हो या दफ्तर सब जनता सारी
चुनावी पर्व मनाने तैयारी है सब सरकारी।।
-उषा श्रीवास वत्स