रहें भी तो
कैसे खुश रहें
ना दिल खुश रहे
दिलवर खुश रहे
आँखों में आंशू
लिए आ गए
परदा था
परदा किये आगये
ब|दल थे ...
ब|दल गरजते रहे
आंशू थे ...
आंशू बरषते रहे
रहें भी तो तुम ही कहो
कैसे खुश रहे
ना दिल खुश रहे
दिलवर खुश रहे
#ashokpachaury @ashokpachaury
Originally published at https://www.amarujala.com/kavya/mere-alfaz/ashok-pachaury-how-could-i-live-happy