बात तब तक मानते जब तक पर नही।
क़ाबिल होते ही चहचहाहट असर नही।।
बात कैसी भी लड़कपन एतबार करता।
जवानी के आते ही कानो पर असर नही।।
इश्क में कोई लड़की बेवजह नही पड़ती।
हो जाने के बाद हैसियत का असर नही।।
कहानी अनूठी ज़रूर कोई काम की नही।
जब तक सुनते असर फिर असर नही।।
हिसाब-किताब जरूरत का आए 'उपदेश'।
मोहब्बत में हिसाब-किताब का असर नही।।
- उपदेश कुमार शाक्यवार 'उपदेश'
गाजियाबाद