उसकी ख़्वाहिशें उसकी जान है,
ये महकती बगिया उसकी मुस्कान है।
उस पर कोई बंदिशें ना लगाओ,
वो आने वाले कल की उड़ान है।
उसका हुनर उसकी पहचान है,
ये ग़ज़लें, नज़्में उसकी शान है।
उसे रोको ना,
वो आने वाले कल की उड़ान है।
उसकी आज़ादी उसका सम्मान है,
ये प्यार,मोहब्बत उसका मान है।
उसे टोको ना,
वो आने वाले कल की उड़ान है।
उसका इरादा, छूना आसमान है,
ये हौसला उसका जवान है।
उसे उड़ने दो,
वो आने वाले कल की उड़ान है।
- रीना कुमारी प्रजापत