New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

अन्जाने में हम उनसे यह सौदा इक कर बैठे

कापीराइट गजल

अन्जाने में हम उन से यह सौदा इक कर बैठे
दिल के बदले में उनको हम दिल अपना दे बैठे

अन्जाने में जब उसने मुझे अपने पास बुलाया
एक नजर में हम उनसे सौदा दिल का कर बैठे

देकर उन को चांद सितारे जब हम घर पर आए
प्यार की लौ से हम रौशन घर अपना कर बैठे

शाम हुई तो यादें उनकी कहर ढ़ा गई दिल पर
यादों की इस नैया में हम रात सफर कर बैठे

सौंप दिया ये दिल उन को अब आगे मर्जी उनकी
उम्र भर वो साथ निभाए या अपने घर में बैठे

जो होना था हो गया यादव तू अब क्यूं घबराए

ऐसा ना हो आज कहीं तू दिल छोटा कर बैठे

- लेखराम यादव
( मौलिक रचना )


यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है


समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (5)

+

Shyam Kumar said

Bahut badiya sir..dil ke saare emotion rkh diye

Lekhram Yadav replied

सर आपको बढ़िया लगा तो आपकी प्रतिक्रिया ने मेरा हौंसला बढ़ाने की नई उर्जा उत्पन्न कर दी। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

Muskan Kaushik said

Bahut sundar rachna

Lekhram Yadav replied

मुस्कान मलिक जी हार्दिक स्वागत और नमस्कार स्वीकार कीजिए। आपकी प्रतिक्रिया मुझे नया लिखने की प्रेरणा देती है। धन्यवाद।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

जो होना था हो गया यादव तू अब क्यूं घबराए ऐसा ना हो आज कहीं तू दिल छोटा कर बैठे uttam rachna Yadav sir

Lekhram Yadav replied

सर गुड मार्निंग धन्यवाद सहित नमस्कार और आपको सादर प्रणाम।

वेदव्यास मिश्र said

बहुत ही सुन्दर और खूबसूरत गजल भाई लेखराम यादव जी !!

Lekhram Yadav replied

धन्यवाद सर

वन्दना सूद said

बहुत सुंदर भावनाओं से ओत प्रोत रचना 👏👏👌👌

Lekhram Yadav replied

आदरणीय वन्दना जी रचना पर प्रतिक्रिया करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार।

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन