जिसको अच्छा लगता छुपाने का आदी।
ऐसे मर्द के बीवी की देखी गई बरबादी।।
उसको वफा के पाठ पढ़ाना कौन चाहे।
उसको आदत लगी मुँह मारने का आदी।।
घर से निकलते ही शर्म के पर्दे हवा-हवाई।
पैदा करने से ज्यादा खर्च करने का आदी।।
आँख भर आती है ऐसे लोगों को देखकर।
बेशर्मी मांगे 'उपदेश' खाने पीने का आदी।।
- उपदेश कुमार शाक्यवार 'उपदेश'
गाजियाबाद