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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

अंगारों सी बरसात

अंगारों सी बरसात
प्रकृति कुछ रूठी सी क्यों लगती है ?
सावन इस बार
बारिश नहीं,
अंगारों की बरसात लेकर आया है

परिंदे तक भी बच नहीं सके,
बहते पानी में हर तरफ़ हर कोई
बहता नज़र आ रहा है।

पहाड़ों ने भी इस बार
बरसात का खूब साथ निभाया,
बचने का इस बार कोई बहाना दिया नहीं
उनकी ऊँचाई से हमारा अहम्
आज टूटता नज़र आ रहा है।

क्यों रूठ गई है प्रकृति हमसे ?
जानते हैं हम
पर समझते नहीं।
मानते भी हैं,
पर सुधरते नहीं।

हमारी ना खत्म होने वाली चाहतों ने
प्रकृति के अहम् को इस कदर छेड़ दिया
कि अब वो लौटकर
अपने अस्तित्व का हिसाब ले रही है।
वन्दना सूद


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

मनोज कुमार सोनवानी "समदिल" said

सचमुच, प्रकृति अब लौटकर हिसाब ले रही है। उम्दा रचना।👌👌👌🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏

सुभाष कुमार यादव said

बिलकुल सच कहा आपने।👌👌🙏🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏

Lekhram Yadav said

बरसात पर बहुत खूबसूरत रचना, आपको सादर नमस्कार वन्दना जी।

वन्दना सूद replied

नमस्कार sir 🙏🙏

आलम-ए-ग़ज़ल - परवेज़ अहमद said

उम्दा कलाम क़ुदरत के क़हर को बयाॅं करती!
बहुत ख़ूब!
बाक़ी कुछ बचा नहीं रह गया देखो!
क़ुदरत के क़हर में सब बह गया देखो!!

वन्दना सूद replied

सही कहा आपने 🙏🙏सब बह गया

श्रेयसी said

बिल्कुल सही कहा मानते भी हैं, पर सुधरते नहीं.... और कोई उम्मीद भी नहीं बहुत सुंदर रचना 🙏🙏

वन्दना सूद replied

सही कहा कोई उम्मीद भी नहीं है

इक़बाल सिंह “राशा“ said

वन्दना जी
बहुत गहरी और चेतावनी देती हुई रचना
हर पंक्ति हमें याद दिलाती है कि अगर इंसान नहीं सुधरा तो प्रकृति अपने संतुलन का हिसाब खुद लेगी। बहुत बढ़िया आपको सादर प्रणाम

वन्दना सूद replied

सादर प्रणाम sir 🙏🙏

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