कविता: गणेश वंदन
दिनांक: 25/08/2025
गणेश वंदन कर रोजाना प्रथम नमन करते है।
गणेश वंदन करे विनायक बुद्धि सबको देते है।
गणपति बप्पा मोरिया पल में दुखड़े हर लेते है।
मोदक का प्रसाद गणपति बप्पा को चढ़ाते है।
गणेश चतुर्थी पर मूर्ति बप्पा की घर में लाते है।
भजन कीर्तन रोजाना कर बप्पा को सुनाते है।
पूजा अर्चना कर रोजाना गणेश वंदन करते है।
बच्चे बूढ़े व स्त्री पुरुष विघ्न हरता को मनाते है।
गणपति बप्पा मोरया जोर से जयकारे लगाते है।
जोरदार जयकारों से सब आनंदित हो जाते है।
विघ्न हरता गणेश जी की मंगल आरती गाते है।
गणपति हमारे साथ में कुछ दिन ही रह पाते है।
अनंत चतुर्दशी आते ही 10 दिन में चले जाते है।
जाते जाते बप्पा सबको बहुत दुखी कर जाते है।
बच्चे बूढ़े व स्त्री पुरुष भावुक हो याद में रोते है।
सबके काज करने वाले गणपति दुखड़े हरते है।
सत्यवीर वैष्णव बारां राजस्थान
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The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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