ऐसा कभी सोचा न था
तेरी महफ़िल का
मैं भी एक किरदार बन जाऊँगा
ऐसा कभी सोचा न था
तेरी बनायी राहों का
मैं भी एक पथिक बन जाऊँगा
ऐसा कभी सोचा न था
तेरे ख़्वाबों की किश्ती का
मैं भी एक साहिल बन जाऊँगा
ऐसा कभी सोचा न था
तेरी मोहब्बत की कहानी का
मैं एक अनमोल रिश्ता बन जाऊँगा
ऐसा भी कभी सोचा न था..
वन्दना सूद