अभिलाषा
बस इतनी सी अभिलाषा है
सारी उम्र गुजर जाये यूं ही आपके साये में
बस इतनी सी अभिलाषा है
तेरे सुख दुख में हर क्षण में बरस जाऊं बन सुख की बरसात
बस इतनी सी ------
जीवन की धूप छांव में शीतल छांव बन कर निभाऊं तेरा साथ
तेरे जीवन की बगियां में सुंदर फूल बन खिल जाऊ जीवन बगिया महकाऊं में
बस इतनी सी ----
विरह मिलन की इस बेला में
बन मिलन की सुंदर घड़ियां
छा जाऊ मैं
बस इतनी सी अभिलाषा है
यह उम्र गुजर जाये यूं ही आपके साये में

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




