बेसक पहुंचे हैं मीलों तक,
....अभी मीलों रस्ता बाकी है,
जन जन में भेद भाव मिटाकर,
....भारतवासी होना बाकी है,
अभी है बाकी नैतिक्ता लाना,
....भ्रष्टाचार मिटाना बाकी है,
बाकी है गरिमा आहुदे की,
जन कल्याण का सपना बाकी है,
बेसक पहुंचे हैं मीलों तक,
....अभी मीलों रस्ता बाकी है,
बेशक जीते हैं युद्ध सभी,
....जात पात पर जीतना बाकी है,
विकसित भारत अब एक सपना,
....भारत विकसित होना बाकी है,
बाकी है कानून एक हो,
....सब मर्यादा समझे आहुदे की,
रिसवत का अब चलन बंद हो,
....कानून बनाना बाकी है,
इतिहास बनाना बाकी है,
इतिहास बनाना बाकी है,
सर्वाधिकार अधीन है