चेहरे पर निशान
होते हैं आंसुओं के
वो निशान नहीं, जुबान
होतें हैं आंसुओं के
कोई पढ़ने वाला तो हो
चेहरे की लिखावट को
वरना लंबी दास्तान
होतें हैं आंसुओं के
नकली आंसुओ से भी
भर जातें हैं आंखें आजकल
दुविधा में पहिचान
होतें हैं आंसुओं के
देख नहीं पाते हैं कुछ लोग
दर्द आंसुओं के
पर बहुत से कदरदान
होतें हैं आंसुओं के
सर्वाधिकार अधीन है