Relationship and frendship परफेक्ट नहीं, परमानेंट चाहिए,
जीवन में हर इंसान को किसी न किसी रूप में रिश्तों की ज़रूरत होती है। ये रिश्ते चाहे दोस्ती के हों या प्यार के, उनकी असली ताकत उनके परफेक्ट होने में नहीं, बल्कि उनके परमानेंट होने में है। एक मजबूत रिश्ता वह होता है जो समय के साथ और भी गहरा और अटूट हो जाता है।
जब हम रिश्तों की बात करते हैं, तो उनके बीच की समझदारी और इज्जत सबसे महत्वपूर्ण होती है। कोई भी रिश्ता तभी टिकाऊ होता है जब उसमें दोनों पक्षों के बीच सही मायनों में समझ और सम्मान हो। यह समझदारी और इज्जत ही रिश्ते को परमानेंट बनाती है।
रिश्ते निभाने का सही तरीका दिल से होता है, न कि दिमाग से। जब हम किसी रिश्ते को दिल से निभाते हैं, तो उसमें सच्चाई और भावनाओं की गहराई होती है। दिमाग से निभाए गए रिश्ते अक्सर सतही होते हैं और लंबी अवधि तक नहीं टिक पाते।
रिश्ते तोड़ना बहुत आसान होता है, लेकिन रिश्ते बनाना और उन्हें निभाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हमें यह समझना चाहिए कि किसी के आंसुओं की वजह बनने से बेहतर है कि हम किसी के चेहरे की मुस्कान की वजह बनें। दुख और तकलीफ हर किसी की ज़िन्दगी का हिस्सा होते हैं, लेकिन हम अपनी खुशियों और सकारात्मकता से दूसरों की ज़िन्दगी में रोशनी ला सकते हैं।
इसलिए, हमें हमेशा यह प्रयास करना चाहिए कि हम चारों तरफ positivity vibes फैलाएं। हंसो, मुस्कुराओ, और दूसरों के जीवन में खुशियों का कारण बनो। यही सही मायनों में जीवन की सच्ची सफलता और संतोष की निशानी है। रिश्ते केवल परफेक्ट नहीं, परमानेंट होने चाहिए, जो समझदारी, इज्जत और सच्चे दिल से निभाए गए हों।
परफेक्ट नहीं, परमानेंट होना चाहिए,
अब वो , चाहे रिश्ता हो या दोस्ती।
दोनों के बीच समझदारी और respect हो,
दिल से निभाएं, वही सच्ची दोस्ती हैं।
रिश्ता कोई भी हो, दोस्ती या प्यार,
दिमाग़ से नहीं, दिल से निभाना चाहिए।
रिश्ते तोड़ना नहीं, रिश्ते जोड़ना चाहिए,
तोड़ना आसान होता है,
जोड़ना मुश्किल होता हैं है।
बनना है तो किसी की हंसी का कारण बनो,
किसी के चेहरे की मुस्कान की वजह।
दुख और तकलीफ हर किसी की ज़िन्दगी में है,
तुम किसी के आंसुओं की वजह न बनो।
हंसो, मुस्कुराओ और गुनगुनाओ
आपने चारों तरफ खुशी को फैलाओ,
Positivity vibes को हर ओर फैलाओ।
ज़िन्दगी की राहों में खुशियों का हो बसेरा,
हर दिल में प्यार और दोस्ती का, बना हो सवेरा।